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कलेक्टर ने जिला अस्पताल स्थित एनआरसी का किया निरीक्षण

गरियाबंद। जिले के नवपदस्थ कलेक्टर भगवान सिंह उइके ने जिला चिकित्सालय गरियाबंद स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) का निरीक्षण किया। 8 अप्रैल...


गरियाबंद। जिले के नवपदस्थ कलेक्टर भगवान सिंह उइके ने जिला चिकित्सालय गरियाबंद स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) का निरीक्षण किया। 8 अप्रैल से 22 अप्रैल 2025 तक देश भर में चलाए जा रहे पोषण पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत जिला चिकित्सालय के पोषण पुनर्वास केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में कलेक्टर ने एनआरसी में भर्ती बच्चों सहित गर्भवती महिलाओं को शारीरिक विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार भोजन प्रदाय किया। कलेक्टर ने गरियाबंद जिले में पोषण पुनर्वास केंद्र को बच्चों के स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक सराहनीय कदम बताया। उन्होंने एनआरसी में भर्ती बच्चों एवं महिलाओं से उनके स्वास्थ्य का हाल-चाल जाना तथा वहां उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। साथ ही पोषण पुनर्वास केंद्र में स्वास्थ्य शिक्षा के लिए प्रदर्शित किए गए पोस्टर चार्ट की प्रशंसा की। इस दौरान भर्ती बच्चों की माताओं को जिला चिकित्सालय की डॉक्टर हिना फारूखी द्वारा प्रदर्शित पोस्टर, सब्जियों और खाद्य पदार्थों के माध्यम से विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों और सब्जियों से मिलने वाले पोषक तत्वों के संबंध में तथा उचित खानपान और बच्चों की देखभाल के बारे में जानकारी दी गई।

सीएमएचओ डॉ गार्गी यदु पाल ने बताया कि पोषण पखवाड़ा का उद्देश्य परिवारों को मातृ पोषण, उचित स्तनपान प्रथाओं और बचपन में बौनेपन और एनीमिया, डायरिया रोकने, स्वच्छता और संतुलित आहार अपनाने के बारे में शिक्षित करना है। स्थानीय पारंपरिक पौष्टिक खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देना, खासकर आदिवासी क्षेत्रों में जहां स्वदेशी आहार बेहतर स्वास्थ्य की कुंजी है। पहले एक हजार दिन - गर्भाधान से लेकर बच्चे के दूसरे जन्मदिन तक - शारीरिक विकास और मस्तिष्क के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। इस समय के दौरान, एक बच्चे का शरीर और दिमाग अविश्वसनीय गति से बढ़ता है, जो उसके भविष्य के सीखने, प्रतिरक्षा और समग्र स्वास्थ्य की नींव रखता है। इस समय के दौरान अच्छा पोषण, प्यार, देखभाल और शुरुआती सीखने के अनुभव उन्हें एक स्वस्थ, स्मार्ट और खुशहाल व्यक्ति बनने में मदद करता है। कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ टीसी पात्रे, डॉ. हिना फारूखी, डॉ परिना फारूखी, डॉ शंकर पटेल, पोखराज साहू, फीडिंग डिमॉन्सट्रेटर अनीस अख्तर, कुक लक्ष्मी यादव, डेटा ऑपरेटर मुनमुन देवांगन, हॉस्पिटल स्टॉफ सहित माताएं और बच्चे उपस्थित रहे।

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