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वृद्धा विपदी बाई को मिली कुएं जाने से मुक्ति

कोरबा। कई साल पहले विपदी बाई को कुएं से पानी भरने में कोई तकलीफ नहीं थीं। वह बड़े-बड़े बर्तन लेकर कुएं के पास जाती थी और कुएं में रस्सी डालकर ...


कोरबा। कई साल पहले विपदी बाई को कुएं से पानी भरने में कोई तकलीफ नहीं थीं। वह बड़े-बड़े बर्तन लेकर कुएं के पास जाती थी और कुएं में रस्सी डालकर बड़ी ही आसानी से बाल्टी डालकर पानी खींच निकालती थी। यह काम सुबह-शाम ही नहीं चलता था, घर में जब भी पानी की जरूरत होती थी कुएं तक का सफर चलता ही रहता था। समय बीतता गया, विपदी बाई ऐसे ही पानी कुएं से भरती रही।

धीरे-धीरे उम्र बढ़ने के साथ विपदी बाई का शरीर जवाब देने लगा, घर में पानी की जरूरत तो बढ़ती चली गई, लेकिन कुएं में बाल्टी डालकर रस्सी से पानी से भरी बाल्टी को खींच पाना आसान नहीं रह गया।

कई बार तो वह पानी से भरी आधी बाल्टी पानी को कुएं से खींचती और अपनी किस्मत को कोसती। यह सिलसिला कई महीनों तक चलता रहा, लेकिन वृद्धा विपदी बाई की मुश्किलें कम नहीं हुई।

एक दिन जब जल जीवन मिशन अंतर्गत गांव में घर-घर पाइप लाइन बिछाकर नल कनेक्शन दिया जाने लगा तो विपदी बाई को यह सब कुछ दिनों का खेल लगा। घर पर नल कनेक्शन लगने के पश्चात आखिरकार जब नल चालू की गई तो विपदी बाई के घर में लगे नल से भी पानी आने लगा। विपदी बाई के लिए यह किसी बड़े उपकार से कम नहीं था।


घर पर ही पानी मिल जाने से विपदी बाई ही नहीं उसकी जैसी अनेक वृद्ध महिलाओं को कुएं जाने और कुएं में रस्सी डालकर पानी का भार खींचने शारीरिक थकावट वाले बल से आजादी मिल गई। घर में ही नल कनेक्शन मिलने से उन्हें कुएं से घर तक बर्तन का भार सिर में उठाने से भी मुक्ति मिल गई।

करतला विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम पंचायत तरदा के आश्रित ग्राम बैगापाली की विपदी बाई ने बताया कि पहले कुएं से ही पानी भर कर लाना पड़ता था। एक उम्र तक कुएं से पानी निकालने में कोई तकलीफ नहीं थी लेकिन उम्र होने के बाद कुएं में रस्सी डालकर पानी से भरी बाल्टी खींच पाना आसान नहीं है।


घर में नल का कनेक्शन लगने और पानी मिलने के बाद कुएं से पानी लाना बंद हो गया है। उन्होंने बताया कि घर पर ही पानी मिलने से उनकी बड़ी समस्या का अंत हो गया है। घर के लिए खाना पकाने तथा अन्य घरेलू कार्य हेतु पानी की आवश्यकता लगातार बनी रहती है।

अब उन्हें सिर पर पानी से भरा बर्तन सिर पर लादकर घर तक नहीं लाना पड़ता। घर पर मौजूद विपदी बाई के पति खुबूदास ने बताया कि पहले पानी के लिए उनकी पत्नी को कुंए तक जाने से घर का काम प्रभावित होता था। अब नल में समय पर पानी आता है। अपनी जरूरत अनुसार जितना पानी चाहिए घर में इक्ट्ठा कर लेते हैं।


उन्हें स्वच्छ पानी मिलने लगा है। उन्होंने बताया कि पानी का स्वाद भी अच्छा है। बैगापाली में नल कनेक्शन के संबंध में पीएचई के ईई  ए के बच्चन ने बताया कि बैगापाली में जल जीवन मिशन हमर गांव हमर पेयजल अंतर्गत सोलर ड्यूल पंप के माध्यम से घरों में नल का कनेक्शन दिया गया है। नल कनेक्शन से खुश विपदी बाई ने बताया कि उन्हें महतारी वंदन योजना से हर माह एक हजार की राशि भी मिलती है। इससे घर का जरूरी खर्च के लिए पैसे का इंतजाम हो जाती है।

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