धमतरी। माहभर पहले शिकारियों के पोटाश बम ब्लास्ट में घायल बच्चा हाथी की मौत हो गई। वन विभाग व डाक्टरों की टीम ने इलाज कर बचाने पूरी कोशिश की,...
धमतरी। माहभर पहले शिकारियों के पोटाश बम ब्लास्ट में घायल बच्चा हाथी की मौत हो गई। वन विभाग व डाक्टरों की टीम ने इलाज कर बचाने पूरी कोशिश की, लेकिन गंभीर रूप से घायल होने की वजह से मौत हो गई।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सात नवंबर को उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व के सीतानदी परिक्षेत्र के सातलोर बीट जहां सिकासेर दल के 38-40 हाथी झुंड में विचरण कर रहा था, वहां शिकारियों ने पोटाश बम ब्लास्ट कर दिया। इस घटना में हाथी के एक बच्चा हाथी घायल हो गया था। इसकी खबर मिलने के बाद वन विभाग के एन्टी पोचिंग टीम द्वारा मौके का मुआयना किया गया एवं स्टाफ के साथ मिलकर छह किलोमीटर तक खून के धब्बे एवं पगमार्क ट्रेस किए गए। तीन दिनों तक लगातार घायल घायल हाथी की खोज की गई। 10 नवंबर को ड्रोन एवं स्टाफ की मदद से एक छोटा बच्चा पांच-छह वर्ष जिसका जबड़ा सूजा हुआ एवं पैर में चोट था मिला। 11 नवंबर को रायपुर से पहुंचे डा राकेश वर्मा ने घायल अघन हाथी का इलाज शुरू किया था। इसके बाद से लगातार उपचार जारी था।
इस संबंध में उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरुण जैन ने बताया कि अघन हाथी का घायल होने के बाद इलाज तो किया जा रहा था लेकिन कुछ दिनों से इन्फेक्शन बढ़ता जा रहा था। जबड़े के बाद गले में इंफेक्शन बढ़ रहा था, वहां पर गलने की स्थिति आ गई थी। इसकी वजह से वह कुछ भी नहीं खा पा रहा था। सात दिसंबर की दोपहर लगभग 3:30 बजे हाथी की मौत हो गई। पोस्टमार्टम कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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