Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

//

Breaking :

latest
//

पति ने ही रची थी पत्नी की हत्या की साजिश

धमतरी। 7-8 फरवरी 2024 को दुगली थाना क्षेत्र के भोभलाबहारा जंगल में 25 से 30 वर्षीय महिला की लाश मिली थी। हत्या के बाद पहचान छुपाने के उद्देश...

धमतरी। 7-8 फरवरी 2024 को दुगली थाना क्षेत्र के भोभलाबहारा जंगल में 25 से 30 वर्षीय महिला की लाश मिली थी। हत्या के बाद पहचान छुपाने के उद्देश्य से महिला का चेहरा और सीना जला दिया गया था। शार्ट पीएम रिपोर्ट में शरीर में कई जगह चोट के निशान मिले। पुलिस हत्या के एंगल से जांच में जुटी थी, लेकिन कोई बड़ा क्लू नहीं मिला। कुछ दिन पहले इस मामले में पुलिस को अहम सुराग मिला और हत्या की गुत्थी भी सुलझ गई।

हत्या की साजिश महिला के पति मनराखन नेताम (48) और गांव के मुंहबोले भतीजे रामदेव सलाम (30) ने रची थी। हत्या के बाद वापस अपने गांव चले गए और 12 दिन बाद मृतिका जयंत्री नेताम के पति ने खुद भानुप्रतापपुर थाने में गुमशुदगी की सूचना दी। पुलिस को गुमराह करने के लिए अफवाहे भी फैलाई। हत्या वाले दिन मुख्य आरोपी मनराखन अपना मास्टर मोबाइल (उपयोग वाला मोबाइल) छोड़कर दूसरा सिम व मोबाइल लेकर गया था। पकड़े गए दोनों आरोपी पूर्व आरोपी चीता खाल मामले में जेल जा चुके हैं।

रविवार को एडिशनल एसपी सुशील कुमार नायक ने इस मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि भोभलाबहारा जंगल में मिली अधजली लाश जयंत्री बाई नेताम की थी। महीनों तक महिला की पहचान नहीं हो पाई। पश्चात समाधान पुलिस एप की मदद ली गई। साइबर सेल व दुगली थाना प्रभारी ने 13 जिलों के समाधान एप को खंगाला और गुम इंसान की पड़ताल की। यहां भी सफलता नहीं मिली तब अज्ञात महिला का हुलिया व पहनावा मिलान नहीं होने पर तकनीकी साक्ष्य के आधार पर फिर से घटनास्थल का बारीकि से विश्लेषण किया गया।

फिर से पुलिस समाधान एप में पड़ताल की और कांकेर, भानुप्रतापपुर में सर्च किया। फोटो मिलान होने के बाद मृतिका की पहचान जयंत्री बाई पति मनराखन नेताम के रूप में हुई। पति से पूछताछ की गई तो गोलमोल जवाब देने लगा। कड़ाई से पूछताछ करने पर जयंत्री बाई को मारना स्वीकार किया। इस हत्या में उसने अपने साथी मुंहबोला भतीजा रामदेव सलाम की मदद ली।

पुलिस ने बताया कि आरोपी मनराखन नेताम 7 फरवरी को सुबह पत्नी जयंत्री को घुमाने के बहाने ले गया था। अपने भतीजे रामदेव सलाम को भी अपनी बाइक में चलने के लिए कहा। अपने गांव मोहगांव से कांकेर, नरहरपुर होते हुए दुगली जंगल पहुंचे। यहां घने जंगल का फायदा उठाकर जयंत्री नेताम के सिर पर जेकरॉड से वार कर घसीटते जंगल में ले गए। इसके बाद कटारी से पेट एवं गले पर वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई।

No comments