बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में हाल ही में सोने-चांदी की दुकानों में हुई चोरी की घटनाओं के मामले में बिलासपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलत...
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में हाल ही में सोने-चांदी की दुकानों में हुई चोरी की घटनाओं के मामले में बिलासपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने शातिर 'अंतर्राज्यीय बसोर गिरोह' के सात सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जो रायपुर, जांजगीर-चाम्पा, बालोद, बलौदा बाजार, अंबिकापुर और बिलासपुर जिले के सीपत व चकरभाठा में सक्रिय थे।
बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक संजीव शुक्ला और पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के मार्गदर्शन में, पुलिस ने घटना के बाद संदिग्धों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई अनुज कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ए.सी.सी.यू./ग्रामीण बिलासपुर और उनकी टीम द्वारा 7 दिन तक मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में कैंप कर की गई।
घटना के बाद पुलिस की टीम ने 500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की जांच की और संदिग्धों के शरीर पर टैटू के निशान की पहचान की। बिलासपुर सायबर सेल टीम ने राज्य के विभिन्न थाना क्षेत्रों में पहले हुई चोरी की घटनाओं के संबंध में प्राप्त तकनीकी और स्थानीय सूचना के आधार पर गिरोह की पहचान की।
पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने तपकरा जिला जशपुर में एक और ज्वेलरी शॉप में चोरी की योजना का खुलासा किया। आरोपियों ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने बिलासपुर में चोरी की घटना के बाद चोरी का सामान अपने सहयोगियों को बेच दिया था।
इस महत्वपूर्ण सफलता के लिए पुलिस अधीक्षक बिलासपुर ने ए.सी.सी.यू. टीम, थाना सीपत और चकरभाठा पुलिस की प्रभावी कार्रवाई की सराहना की है। पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक द्वारा इस जटिल मामले को सुलझाने में शामिल सभी अधिकारियों और कर्मियों को नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।
पुलिस द्वारा आरोपियों से प्रदेश में हुई अन्य चोरी की घटनाओं के बारे में विस्तृत पूछताछ की जा रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
33 किलो चांदी के जेवर, 125 ग्राम सोने के जेवर, 4 लाख रुपये नगद, 1 होंडा सिटी कार, 1 पल्सर मोटरसाइकिल, 6 मोबाइल फोन सहित कुल 52 लाख रुपये की संपत्ति बरामद।
आरोपियों ने प्रदेश के अन्य जिलों में भी कई चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है
गिरोह के सदस्यों के खिलाफ मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं
लालमन उर्फ बडका पिता स्व. सिद्धु बसोर उम्र 54 साल निवासी बरहवाटोला थाना बरगवा जिला सिंगरौली (म.प्र.) (पुर्व में 11 अपराध दर्ज)
रामधीन बसोर पिता स्व. हंसलाल बसोर उम्र 56 साल निवासी बाघाडीह हथकौडापारा पीपरडाढ थाना बरगवा जिला सिगरौली (म.प्र.) (पुर्व में 17 अपराध दर्ज)
सियाराम बसोर पिता स्व. दादन बसोर उम्र 51 साल निवासी लामीदह सरई थाना सरई जिला सिंगरौली (म.प्र.) (पुर्व में 15 अपराध दर्ज)
लालजी उर्फ किनका बसोर पिता बसंतलाल बसोर उम्र 35 साल निवासी लामीदह सरई थाना सरई जिला सिंगरौली (म.प्र.) (पुर्व में 08 अपराध दर्ज)
राजेन्द्र गुप्ता उर्फ गुड्डा बनिया पिता मोचन गुप्ता उम्र 37 साल निवासी गजरा बहरा थाना सरई जिला सिंगरौली (म.प्र.) (खरीददार)।
मनीश सोनी उर्फ सुशांत उर्फ सोनू पिता नान्हे सोनी उम्र 30 वर्ष निवासी मेन रोड गनयारी वैढन थाना कोतवाली जिला सिंगरौली (म.प्र.) (खरीददार)।
अमित सिंह पिता स्व. शिवराज संह उम्र 33 साल निवासी गनयारी थाना कोतवाली वैढन जिला सिंगरौली (म.प्र.) (खरीददार का सहयोगी)।
पुलिस अधीक्षक बिलासपुर ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) उमेश कश्यप और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अर्चना झा की पुरानी हिस्ट्रीशीटरों पर की गई प्रभावी कार्यवाही की प्रशंसा की है। इस सफलता के लिए सभी पुलिसकर्मियों को नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।
प्रदेश में हुई अन्य चोरी की घटनाओं के संबंध में आरोपियों से विस्तृत पूछताछ की जा रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
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