महासमुंद। महासमुन्द के गुरूघासी दास वार्ड की निवासी ममता अनंत, जो कि एक परित्यकता हैं, अपने जीवन को पुनः संवारने के लिए संघर्षरत थीं। आर्थिक...
महासमुंद। महासमुन्द के गुरूघासी दास वार्ड की निवासी ममता अनंत, जो कि एक परित्यकता हैं, अपने जीवन को पुनः संवारने के लिए संघर्षरत थीं। आर्थिक सहायता के अभाव में वे स्वयं का ब्यूटी पार्लर शुरू नहीं कर पा रही थीं। बढ़ती ब्याज दरों के कारण बैंक से ऋण लेना उनके लिए संभव नहीं हो पाया। ऐसे में, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कोमिन झुलपे ने उन्हें 'सक्षम योजना' के बारे में अधिक जानकारी दी और जाना कि वह इस योजना के लिए योग्य हैं। ममता ने योजना के तहत आवेदन किया और अपने स्वरोज़गार की योजना को प्रस्तुत किया। आवेदन करने पर उन्हें सक्षम योजना के तहत मात्र 3 प्रतिशत साधारण ब्याज की दर पर कुल एक लाख बीस हजार रुपये का ऋण प्रदान किया गया। ऋण स्वीकृत होते ही ममता ने अपनी 19 वर्षीय बेटी के साथ मिलकर ब्यूटी पार्लर का काम शुरू किया। इस योजना ने न केवल ममता को बल्कि उनकी बेटी को भी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बना दिया।
ममता और उनकी बेटी ने निरंतर मेहनत करके काम को बढ़ाती रही और अब उनकी मासिक आमदनी लगभग 15,000 रुपये हो जाती है। इस आमदनी से ममता न केवल अपने जीवन का गुजारा आराम से कर रही हैं, बल्कि अपनी बेटी के लिए रोजगार की नई राह भी बनाई है।ममता ने बताया कि उन्होंने सक्षम योजना के तहत ऋण लिया था, उसकी नियमित किस्त जमा करती है और अपने परिवार का खर्च भी अच्छे से उठा रही है। यह योजना आर्थिक परेशानियों से घिरी महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के साथ अपने पैरों में खड़े होने का मौका भी प्रदान कर रही है। ममता ने इस योजना के संचालन के लिए शासन को धन्यवाद दिया है।
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