रायपुर। राजधानी रायपुर के पुराने शहरों में आज भी सड़कों की चौड़ाई काफी कम है जिससे जनसंख्या वृद्धि के कारण सड़कों पर दो पहिया वाहन और चार ...
रायपुर। राजधानी रायपुर के पुराने शहरों में आज भी सड़कों की चौड़ाई काफी कम है जिससे जनसंख्या वृद्धि के कारण सड़कों पर दो पहिया वाहन और चार पहिया वाहन की संख्या बहुत ज्यादा पड़ गई है और कहीं कहीं सड़कों की चौड़ाई की कमी के कारण यातायात में नागरिकों और वाहन चालकों को सुविधा होती है।
ऐसा ही एक मार्ग राजधानी में भी स्थित है, यह मार्ग चौक शारदा चौक से लेकर तात्यापारा चौक तक जाता है। पिछले दो दशक से भी ज्यादा समय बीतने के बाद भी अपने चौड़ीकरण होने की राह देख रहा है।
इस सड़क चौड़ीकरण के लिए प्रदेश की पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार ने 137 करोड रुपए का सड़क चौड़ीकरण में प्रभावित भवन मालिकों को मुआवजा राशि प्रदान करने के लिए 04 करोड रुपए नोडल एजेंसी को भी जारी कर दिए थे।
इस सड़क चौड़ीकरण में बाधा 2023 में आई जब प्रदेश में कांग्रेस की जगह बीजेपी की सरकार सत्ता में आई तब से लेकर इस रोड के चौड़ीकरण का श्रेय लेने की एक और सी मच गई है। महापौर एजाज ढे़बर अपने MIC मेंबरों के साथ लगभग एक हफ्ते पहले पैदल मार्च कर ही उसे मार्ग में स्थापित व्यापारियों एवं भवन मालिकों से समर्थन के लिए निकले थे।
महापौर इस सड़क चौड़ीकरण के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री ,उपमुख्यमंत्री नगरी प्रशासन मंत्री अरूण साव , मुख्य सचिव एवं नगरी प्रशासन सचिव के साथ जिला कलेक्टर तक से संपर्क कर चुके हैं। लेकिन यह कार्य प्रारंभ अब तक नहीं हुआ है।
इस स्टडी करंट की प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए आज महापौर और MIC सदस्यों सहित तेज बारिश में शहर के जयस्तंभ चौक पर हस्ताक्षर अभियान चलाया।
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