पिथौरा। सोमवार शाम को राष्ट्रीय राजमार्ग पर ग्राम झलप के समीप चिरको मार्ग पर एक चीतल अज्ञात वाहन की चपेट में आने से घायल हो गया। सूचना मिलने...
पिथौरा। सोमवार शाम को राष्ट्रीय राजमार्ग पर ग्राम झलप के समीप चिरको मार्ग पर एक चीतल अज्ञात वाहन की चपेट में आने से घायल हो गया। सूचना मिलने पर वन अमला पशुचिकित्सक को लेकर मौके पर पहुंचा। उपचार के दौरान कुछ देर में चीतल की मौत हो गई।
इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी का असर मानव के अलावा पक्षियों एवं वन्य प्राणियों पर भी व्यापक रूप से पड़ रहा है। पानी की तलाश में भटकते वन्य प्राणी आबादी की ओर बढ़ रहे है, जिससे दुर्घटना के शिकार भी हो रहे हं।
सोमवार की शाम करीब 5 बजे रायतुम जंगल की ओर से पानी की तलाश करता चीतलों का झुंड झलप के समीप चिरको मोड़ के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पार कर रहा था कि एक चीतल अज्ञात वाहन की चपेट में आ गया। ग्रामीण प्रत्यक्षदर्शियों ने घायल चीतल देख कर लगातार 112 एवं वन अफसरों को कॉल किया। वन अमला के आते तक ग्रामीण अपने सामथ्र्य के अनुसार चीतल की सेवा में लगे हैं। वन अमला पशुचिकित्सक को लेकर मौके पर पहुंचा। उपचार के दौरान कुछ देर में चीतल की मौत हो गई। उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
ज्ञात हो कि सप्ताह भर पूर्व ही पिथौरा के समीप एक भालू भी अज्ञात वाहन की चपेट में आने से मारा गया था। बहरहाल शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में इस भीषण गर्मी से निपटने लगातार पानी की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन द्वारा की जा रही है, परन्तु भारी भरकम बजट के बाद भी वन विभाग वन्य प्राणियों के लिए वनों में पानी की व्यवस्था नहीं कर पा रहा है।
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