दुर्ग। संयुक्त राष्ट्र संघ तथा भारत शासन और छत्तीसगढ़ राज्य शासन द्वारा वर्ष 2023 को “मिलेट वर्ष“ घोषित किया गया था इसी तारतम्य में 37 छग बट...
दुर्ग। संयुक्त राष्ट्र संघ तथा भारत शासन और छत्तीसगढ़ राज्य शासन द्वारा वर्ष 2023 को “मिलेट वर्ष“ घोषित किया गया था इसी तारतम्य में 37 छग बटालियन एनसीसी के एटीसी शिविर में मिलेट विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। देसी आहार (मिलेट) लाईफ, कषाय एवं योग सेंटर से विषय विशेषज्ञ सीएमए अशोक शर्मा ने अपने व्याख्यान में बताया कि जब हमारा आहार, पानी प्रदूषित हो व जीवनशैली गलत हो तो दवा किसी काम की नहीं होती वह केवल अल्प समय के लिए बीमारी से राहत दे सकती है .
लेकिन अगर हम अपना आहार पानी शुद्ध करने व जीवनशैली सुधार ले तो हमें किसी दवा की जरूरत नहीं होती उन्होंने मिलेट के रूप में उपलब्ध मोटा अनाज कोदो, कुटकी, सान्वा, कांगनी, छोटी कांगनी, जवारा, बाजरा, मक्का, चना, रागी को कैसे, कब व कितना लेना है इसकी जानकारी व कुटी हुई मसाले व कच्ची घानी का तेल उपयोग करने की बातें कहीं; जिससे हमारा आहार में शुद्धता आ जाएगी। इसी प्रकार जल को तांबे के बर्तन में 8 घंटे रखकर उसे स्टील के पात्र में डालकर उसका उपयोग करें तो आपको शुद्ध जल मिल जाएगा।
उन्होंने बताया कि जीवन शैली सुधारने हेतु आपको प्रतिदिन सूर्याेदय के पश्चात व सूर्यास्त के पूर्व कम से कम एक घंटा सूर्य की लालिमा में नंगे पैर पैदल चलना चाहिए और रोज ध्यान प्राणायाम आसन करना चाहिए जिससे जीवन शैली आपकी सही हो जाएगी। कार्यक्रम के अंत में कैम्प कमाडेंट कर्नल मकसूद अली खान ने विषय विशेषज्ञ सीएमए अशोक शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम का संचालन ले० डॉ० हरीश कुमार कश्यप ने किया। इस दौरान एनसीसी अधिकारी, पी० आई व 600 से अधिक कैडेटों ने इस व्याख्यान का लाभ लेते हुए प्रश्नों के माध्यम से अपने जिज्ञासाओं को समाधान किया।
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