राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन आज 40वीं एनटीपीसी राष्ट्रीय सब-जुनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल हुये। इस अवसर पर...
राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन आज 40वीं एनटीपीसी राष्ट्रीय सब-जुनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल हुये। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जो लगातार सीखते रहेंगे वही असली विजेता बनेंगे।
छत्तीसगढ़ प्रदेश तीरंदाजी संघ द्वारा राज्योत्सव मैदान साइंस कॉलेज रायपुर में आयोजित इस प्रतियोगिता के अंतर्गत आज राज्यपाल हरिचंदन के मुख्य आतिथ्य में कंपाउंड आरचरी के विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरण किया गया।
इस अवसर पर केंद्रीय जनजातीय मामले और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, खेलकूद एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे।
श्री हरिचंदन ने प्रतियोगियों को बधाई देते हुए कहा कि सभी तीरंदाजों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है और भविष्य के चौंपियन बनकर उभरे है, लेकिन जो सफल नहीं हो पाये वे चुनौतियों का सामना करते हुए सर्वश्रेष्ठ की ओर आगे बढ़ेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी।
श्री हरिचंदन ने कहा कि महाभारत और रामायण ग्रंथों में तीरंदाजी का विशेष उल्लेख है। उन्होंने महाभारत ग्रंथ में वर्णित अर्जुन और गुरू द्रोणाचार्य के बीच हुये संवाद का जिक्र किया जिसमे अर्जुन को शिक्षा दी थी कि किस तरह अपने लक्ष्य पर निगाह रखते हुए उसे भेदना है। श्री राम भगवान के जैसा कोई तीरंदाज नहीं हुआ। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की है। विभिन्न खेलो के साथ-साथ तीरंदाजी में भी हमारे देश ने दुनिया का ध्यान खींचा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अर्जुन मुंडा ने कहा कि हमारे देश के तीरंदाजो ने देश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि तीरंदाजी खेेल के प्रति लोगों का रूझान बढ़ रहा है और सरकार द्वारा भी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है तथा वर्ष 2047 तक खेल के क्षेत्र में भी भारत विकसित बनेगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि खेलों में भाग लेना आवश्यक है और खेलने वाले ही विजेता होते हैं। वनवासी समाज तीरंदाजी खेल मंे निपुण हैं। आदिवासी बच्चों को आधुनिक तीरंदाजी खेल की तकनीक में निपुण बनाया जाना चाहिए। खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने भी खिलाड़ियों को संबोधित किया ।
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन छत्तीसगढ़ तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष श्री कैलाश मुरारका ने दिया। इस अवसर पर विधायक मोतीलाल साहू, तीरंदाजी संघ के श्री सुभाष अग्रवाल सहित अन्य पदाधिकारी, देश के विभिन्न राज्यों से आये हुए कोच, रेफरी, खिलाड़ी बालक-बालिकाएं उपस्थित रहे।
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