जशपुरनगर, 08 जुलाई 2023 जिले में कुपोषण के स्तर में कमी लाने, 0-5 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराने, जनभागीदारी को बढ़ावा देन...
जशपुरनगर, 08 जुलाई 2023
जिले में कुपोषण के स्तर में कमी लाने, 0-5 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराने, जनभागीदारी को बढ़ावा देने और एनिमिया मुक्त अभियान को सफल बनाने सुपोषण चौपाल कार्यक्रम का आयोजन जिला स्तर पर किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत प्रथम चरण में 50 सबसे अधिक कुपोषित वाले ग्राम पंचायत को चिन्हांकित किया है। जिसमें कुपोषण को दूर करने के लिए सरपंच एवं सचिव का जिला पंचायत जशपुर सभाकक्ष में बैठक सह एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में सरपंच एवं सचिव को कुपोषण को कैसे कम किया जाये पौष्टिक आहार के संबंध में व्यापक जानकारी देकर सहभागिता सुनिश्चित करने आग्रह किया गया। ग्राम पंचायत को सुपोषित करने सरपंच , सचिव उत्साहित होकर संकल्प लिया।
कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने कुपोषण रोकथाम विषय के सरपंच, सचिव के एक दिवसीय कार्यशाला में शामिल हुए। उन्होंने जिले को कुपोषण मुक्त करने उपस्थित सरपंच सचिव को प्रेरित करते हुए कहा कि पंचायत में हम सुपोषित होंगे तो गांव विकास करेगा। कुपोषण मुक्त होने के लिए हम सबकी भागीदारी आवश्यक है। आप सभी सरपंच सचिव आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर कुपोषित बच्चों को पौष्टिक आहार प्रदाय कर रहे हैं जो कि सराहनीय है आप सभी निरंतर मानव सेवा की कार्य करते रहें। हम सभी के प्रयास से जिलों को निश्चित ही कुपोषित मुक्त कर पाएंगे और हमारा जिला सभी क्षेत्रों में विकास करेगा।कलेक्टर ने कुपोषण के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले सरपंच सचिव को किया सम्मानित।
इस दौरान कलेक्टर डॉ मित्तल ने कुपोषण क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले सरपंच सचिव को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया । जिसमें सरपंच विलियम कुजूर, सचिव ज्ञानेन्द्र गुप्ता ग्राम पंचायत गम्हरिया, सरपंच रोहिताश्व भगत, सचिव महेन्द्र राम ग्राम पंचायत कुटमा, सरपंच दिलीप टोप्पो, सचिव माणिकचन्द्र ग्राम पंचायत रंगले, सरपंच देवलाल भगत, ग्राम पंचायत देवड़ाड, सरपंच शकुन्तला कश्यप, सचिव विक्टर लकड़ा, ग्राम पंचायत चटकपुर, सरपंच श्रीमती जलमुनी बाई, सचिव गणेश यादव, ग्राम पंचायत पंड्रापाठ, सरपंच रोहित खलखो, सचिव नमिता बरूवा ग्राम पंचायत पोरतेंगा, सरपंच मुक्तिलता प्रधान, ग्राम पंचायत नारायणपुर को अपने -अपने ग्राम पंचायत में कुपोषित बच्चे के माता-पिता को गृह भेट कर एनआरसी भेजने, कुपोषित बच्चों को गोद लेकर सुपोषित करने का संकल्प, कुपोषित बच्चों को अपने खर्च पर बालमोज कराने अंडा, दूध, फल वितरण करने जैसे सराहनीय कार्य के लिए कलेक्टर ने सम्मानित कर उन्हें श्रीफल के साथ प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
गौरतलब है कि चिन्हांकित 50 पंचायत में कुपोषण बच्चों की संख्या प्रारम्भ में 3196 थी। विगत छः महीने में विशेष सुपोषण चौपाल आयोजन के बाद उन 50 पंचायत में 1165 बच्चें सुपोषित हुए है और वर्तमान में 2031 कुपोषित बच्चे है।
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