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सभी राष्ट्र भक्तों के लिए प्रेरणा है अटल बिहारी वाजपेयी का ऋषितुल्य जीवन : योगी

  योगी ने कहा कि अटल जी ने छह दशक के सार्वजनिक जीवन में अपने व्यक्तित्व और कृत्यों से नयी प्रेरणा देते हुए दर्शाया कि कोई भी व्यक्ति सार्...

 

Yogi Adityanath

योगी ने कहा कि अटल जी ने छह दशक के सार्वजनिक जीवन में अपने व्यक्तित्व और कृत्यों से नयी प्रेरणा देते हुए दर्शाया कि कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक जीवन में मूल्यों एवं आदर्शों पर आधारित राजनीति कैसे कर सकता है। रविवार को‘सुशासन दिवस’ पर लोकभवन में पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की जयंती पर उनकी कविताओं का पाठ किया गया।लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी का ऋषितुल्य जीवन सभी राष्ट्र भक्तों के लिए प्रेरणा है। योगी ने कहा कि अटल जी ने छह दशक के सार्वजनिक जीवन में अपने व्यक्तित्व और कृत्यों से नयी प्रेरणा देते हुए दर्शाया कि कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक जीवन में मूल्यों एवं आदर्शों पर आधारित राजनीति कैसे कर सकता है। रविवार को‘सुशासन दिवस’ पर लोकभवन में पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की जयंती पर उनकी कविताओं का पाठ किया गया। इस अवसर पर वाजपेयी के जीवन पर आधारित लघु फिल्‍म भी प्रदर्शित की गई। जयंती समारोह को संबोधित करते हुए मुख्‍यमंत्री ने कहा कि एक नागरिक का सार्वजनिक एवं व्यक्तिगत जीवन में समाज व देश के प्रति क्या दायित्व है, यह अटल जी ने बताया।

उन्होंने कहा कि अटल जी ने छह दशक के सार्वजनिक जीवन में अपने व्यक्तित्व एवं कृत्यों से नयी प्रेरणा देते हुए बताया कि कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक जीवन में मूल्यों एवं आदर्शों पर आधारित राजनीति कैसे कर सकता है। योगी ने कहा, “अटल जी कवि, लेखक, पत्रकार, संवेदनशील जनप्रतिनिधि तो थे ही, साथ ही वह विदेश नीति को वैश्विक मंच पर प्रभावी ढंग से रखने वाले प्रखर राजनेता भी थे। वह देश के नेतृत्वकर्ता के रूप में भारत की राजनीति को अस्थिरता के दौर से उबारकर स्थिरता, जवाबदेह व पारदर्शी कैसे बनाया जाए, इसके प्रतीक पुरुष थी थे।”

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री के रूप में देश के सामने गरीब कल्याण, शासन-प्रशासन की व्यवस्था, शुचिता व पारदर्शिता के मानक हों या भारत को परमाणु संपन्न बनाने व बुनियादी ढांचे के विकास की कार्ययोजना, अटल जी ने अपने कार्यकाल में इन्हें प्रभावी ढंग से रखकर 100 करोड़ से अधिक लोगों के जीवन में व्यापक परिवर्तन लाया था।” योगी ने कहा कि अटल जी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने वाजपेयी के अलावा महान शिक्षाविद् व समाजसेवी महामना पंडित मदन मोहन मालवीय को भी उनकी जयंती पर नमन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा, “अटल जी ने प्रधानमंत्री के रूप में मूल्यों एवं आदर्शों को ध्यान में रखते हुए परस्पर समन्वय व संवाद को प्राथमिकता देते हुए अस्थिरता की राजनीति को स्थिरता में बदलने का कार्य किया था। आज वही स्थिरता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को दुनिया की बड़ी ताकत के रूप में उभार रही है।” उन्होंने कहा कि अटल जी की प्रेरणा से डबल इंजन की सरकार कार्यों को आगे बढ़ा रही है। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों का आह्वान किया कि नेतृत्व करते समय ध्यान रखना होगा कि बिना भेदभाव के समाज के प्रत्येक तबके को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले। कार्यक्रम में सबसे पहले शिवाकांत कमलाकांत ने अटल जी की कविता ‘हृदय-हृदय में एक आग है, कंठ-कंठ में एक राग है’ और ‘गीत नया गाता हूं...’ को स्वर दिया।

इसके बाद नयी दिल्ली से आए गजेंद्र सोलंकी ने ‘आशाओं का दीप जलाता भारत मां का एक पुजारी’ और ‘वे अटल थे, अटल ही जिए वे सदा’ गीत गाकर सुनाया। मुख्यमंत्री ने रविवार को अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर लोकभवन में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके जीवन पर आधारित एक चित्र प्रदर्शनी की शुरुआत भी की। इस मौके पर राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी अटल आवासीय विद्यालय योजना पर लघु फिल्म भी दिखाई गई। इसके पहले, योगी ने ट्वीट किया, “मूल्यों व आदर्शों की राजनीति के साधक, प्रखर वक्ता, उत्कृष्ट कवि, पूर्व प्रधानमंत्री, ‘भारत रत्न’ श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। आपका (अटल बिहारी वाजपेयी) ऋषितुल्य जीवन सभी राष्ट्र आराधकों के लिए प्रेरणा है।”

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