प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) साल 2015 में शुरू की गई थी. इस योजना के तहत गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि लघु/सूक्ष्म उद्यमों को 10 लाख रुपये त...
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) साल 2015 में शुरू की गई थी. इस योजना के तहत गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि लघु/सूक्ष्म उद्यमों को 10 लाख रुपये तक का लोन प्रदान किया जाता है. इन लोन को PMMY के तहत मुद्रा ऋण के रूप में वर्गीकृत किया गया है. ये ऋण वाणिज्यिक बैंकों, आरआरबी, लघु वित्त बैंकों, सहकारी बैंकों, एमएफआई और एनबीएफसी के जरिए दिए जाते हैं. लोन लेने वाला इन बताई गई जगहों से किसी भी संस्थान से संपर्क कर सकता है या इनके पोर्टल के माध्यम से लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता है. हालांकि सोशल मीडिया पर अब प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana) को लेकर कुछ दावे भी किए जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
सोशल मीडिया पर एक लेटर काफी वायरल है. इस लेटर में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का नाम लिखा है और पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की तस्वीर भी छपी हुई है. साथ ही इस पत्र में 10 लाख रुपये का लोन भी पीएम मुद्रा योजना के तहत देने का दावा किया जा रहा है. हालांकि इसके बदले में 4500 रुपये भी मांगे जा रहा है.
ये है दावा
वहीं इस पत्र को लेकर पीआईबी ने फैक्ट चेक भी किया है. साथ ही ट्वीट करते हुए PIB Fact Check ने ट्वीट करते हुए बताया है, 'एक अप्रूवल लेटर वेरिफिकेशन और प्रोसेसिंग फीस के रूप में 4500 रुपये के भुगतान पर PM Mudra Yojana के तहत 10,00,000 रुपये का लोन देने का दावा करता है।
फर्जी है दावा
हालांकि इस अप्रूवल लेटर को पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक में फर्जी पाया है. साथ ही पीआईबी फैक्ट चेक ने कहा है कि वित्त मंत्रालय की ओर से ऐसा कोई भी पत्र जारी नहीं किया है. ऐसे में पत्र में किया जा रहा दावा फर्जी है।
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