भारत में भले ही फिलहाल धनतेरस के साथ पंचदिवसीय दीपोत्सव पर्व मनाया जा रहा हो, लेकिन आज यानी 25 अक्टूबर का दिन एक और वजह से खास है. दरअसल, ...
भारत में भले ही फिलहाल धनतेरस के साथ पंचदिवसीय दीपोत्सव पर्व मनाया जा रहा हो, लेकिन आज यानी 25 अक्टूबर का दिन एक और वजह से खास है. दरअसल, आज के दिन साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लग रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ग्रहण दिन में 2 बजकर 29 मिनट पर लगेगा और ये शाम 6 बजकर 32 मिनट पर खत्म होगा. लोगों को खानपान और दैनिक दिनचर्या से जुड़े कुछ कामों में सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. ग्रहण के दौरान हमेशा सवाल उठते हैं कि क्या इसका हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर कोई असर पड़ता है
इस पर कई रिसर्च भी की गई हैं, हालांकि कोई सटीक प्रमाण हासिल नहीं किया गया है. इसके बावजूद लोग ग्रहण के समय खानपान के नियमों को अपनाते हैं. इन्हीं में से एक है तुलसी के पत्ते का सेवन. इस आर्टिकल में हम ये बताने की कोशिश करेंगे कि क्या ग्रहण में तुलसी के पत्ते लेने से कोई फर्क पड़ता है.
ग्रहण के दौरान तुलसी के पत्ते का नुस्खा अपनाना
भारत में ग्रहण से कई धार्मिक मान्यताओं को जोड़ दिया जाता है, जिसमें खाने और पीने को वर्जित करना तक शामिल होता है. लोग खाने में तुलसी के पत्ते डाल देते हैं. खाने पर ग्रहण के प्रभाव को लेकर पुबमेड सेंट्रल ने कई रिसर्च की हैं. इसके मुताबिक ग्रहण का भोजन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. देखा जाए तो खाने में तुलसी के पत्ते डालकर खाने से ग्रहण का सीधा संबंध नहीं है.
इसलिए खाने में डाली जाती है तुलसी
वैसे ग्रहण के दौरान खाने में तुलसी डालकर खाने से फायदा हो इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, लेकिन धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इसका काफी महत्व है. ग्रहण में सूतक लगने के बाद चीजें नहीं खानी चाहिए, क्योंकि वातावरण में किरणें नकारात्मक प्रभाव छोड़ती है. वहीं कहा जाता है कि तुलसी ऐसे नकारात्मक प्रभाव को कम करने की क्षमता रखती है. इसलिए खाने में तुलसी के पत्ते डालकर खाने चाहिए.
तुलसी के पत्ते के फायदे
भले ही ग्रहण और खाने में तुलसी के पत्तों का कोई सीधा संबंध न हो, लेकिन इन पत्तियों के कई हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं. आयुर्वेद में भी तुलसी का विशेष महत्व बताया गया है. इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड और पॉलीफेनोल्स जैसे जरूरी तत्व होते हैं और इनकी मात्रा तुलसी के बीजों में ज्यादा होती है
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