सब्बो स्वस्थ्य-जम्मों सुघ्घर अर्थात सभी स्वस्थ्य रहे और सभी ठीक रहे, कुछ इन्हीं परिकल्पनाओं के साथ प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाए...
सब्बो स्वस्थ्य-जम्मों सुघ्घर अर्थात सभी स्वस्थ्य रहे और सभी ठीक रहे, कुछ इन्हीं परिकल्पनाओं के साथ प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने छत्तीसगढ़ की सरकार की फिर एक नई पहल अमल में लाई जा रही है।मरीजों को सस्ती दवा उपलब्ध कराने धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स शुरू करने जा रही है। योजना के तहत प्रदेश के नगरीय निकायों के 169 शहरों में 188 धन्वंतरी मेडिकल स्टोर्स प्रारंभ होंगे। इन मेडिकल स्टोर्स के माध्यम से लोगों को अधिकतम खुदरा बिक्री मूल्य (एमआरपी) में से 50 प्रतिशत से भी अधिक की छूट दी जाएगी। छत्तीसगढ़ सरकार की इस पहल से ऐसे लाखों गरीबों और आमनागरिकों के पैसे बचेंगे जो अपनी बीमारी ठीक करने के लिए मंहगी दवाइयां खरीदते हैं। श्री धन्वतंरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर के नाम से शहरों में संचालित होने वाले इन दवा दुकानों में आसानी से कम कीमत पर दवाइयां मिल जाने से आमनागरिकों को बहुत राहत मिलेगी और उनके इलाज की राह भी आसान हो जाएगी।
इलाज के बाद अब घर तक पहुचेगी दवाएं
छत्तीसगढ़ सरकार ने विगत ढ़ाई साल में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने, गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराने और जरूरतमंदों को निःशुल्क जांच, उपचार एवं दवाइयां मुहैया कराने अनेक नई पहल की है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग द्वारा डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना, मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना और मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं तक लोगों की निःशुल्क पहुंच सुनिश्चित की गई है। मेडिकल कॉलेज अस्पतालों, जिला अस्पतालों, सिविल अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उप स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधाओं एवं संसाधनों के लगातार उन्नयन से स्थानीय स्तर पर ही जरूरतमंदों को गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल रहा है। इसी दिशा में छत्तीसगढ सरकार ने़ स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करते हुए राज्य में श्री धन्वंतरी दवा योजना शुरु की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा 20 अक्टूबर को 85 श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स की शुरूआत के साथ प्रदेशवासियों को एक नई सौगात देंगे। इस कड़ी में शेष धन्वंतरी मेडिकल दुकानें भी अक्टूबर माह के अंत तक प्रारम्भ कर दी जायेगी। खास बात यह भी है कि मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से जिस तरह से चिकित्सकों की टीम वार्डों और स्लम बस्तियों में जाकर लोगों का निःशुल्क उपचार उनके घर के आसपास कर रही है, ठीक वैसे ही श्री धन्वंतरी दवा योजना के माध्यम से सस्ती दवाइयां घर तक पहुचाने के लिए भी तैयारिया की जा रही है। आने वाले दिनों में जरूरत के हिसाब से जरूरी दवाइयां घर तक भी पहुचाई जाएगी।
जेनरिक दवाओं के साथ हर्बल उत्पाद
श्री धन्वतंरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स के नाम पर संचालित होने वाले इन दुकानों में महत्वपूर्ण 251 दवाइयां, 27 सर्जिकल आइटम, सर्दी, ख़ासी, बुखार, ब्लड प्रेशर जैसी सामान्य बीमारियों के अलावा एंटीबायोटिक भी उपलब्ध होगी। दवाओं का पर्याप्त स्टॉक और उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए ख्याति प्राप्त कंपनियों की जेनरिक दवाइयों की बिक्री की जाएगी। इन दुकानों में कम कीमत पर दवा उपलब्ध होने के साथ प्रदेश के लघु वनोपज संघ द्वारा तैयार किए जाने वाले गुणवत्तापूर्ण हर्बल उत्पाद भी विक्रय के लिए उपलब्ध रहेंगे। ये हर्बल उत्पाद भी कई प्रकार के रोगों को दूर करने और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण होते हैं।
एमएमयू सहित अस्पतालों में हो रहा इलाज
प्रदेश में डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना संचालित है। इसमें प्राथमिकता एवं अंत्योदय राशन कार्डधारी परिवारों का इलाज किया जा रहा है। इस योजना में आर्थिक रूप से कमजोर 56 लाख परिवार शामिल हैं। सभी सरकारी अस्पतालों एवं अनुबंधित निजी अस्पतालों में राशन कार्ड और एक अन्य पहचान पत्र के साथ इस योजना के तहत इलाज कराया जा सकता है। डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना में अन्य राशन कार्डधारी परिवारों को 50 हजार रूपए तक के इलाज की पात्रता है। कुल मिलाकर प्रदेश के करीब 65 लाख परिवार इस योजना के श्रेणी में है।
गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना
प्रदेशवासियों को गंभीर और दुर्लभ बीमारी में उपचार की सुविधा देने के लिए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना शुरू की गई है। इसके तहत दुःसाध्य रोगों के उपचार के लिए मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद उपचार हेतु राशि प्रदान की जाती है। डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना और मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के माध्यम से प्रदेश का हर नागरिक निःशुल्क इलाज के दायरे में है। प्रदेश में महिलाओं के इलाज के लिए दाई-दीदी विशेष क्लीनिक भी संचालित किया जा रहा है। इसमें नर्स से लेकर डॉक्टर तक सभी स्टॉफ महिलाएं हैं।
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