कोरोना की वजह से सारी चीजें एमपी में बंद हैं। इस दौरान बेरोजगारी भी बढ़ रही है। ऐसे में कमाई के लिए लोग अपराध का भी सहारा ले रहे हैं। ग्वा...
कोरोना की वजह से
सारी चीजें एमपी में बंद हैं। इस दौरान बेरोजगारी भी बढ़ रही है। ऐसे में कमाई के
लिए लोग अपराध का भी सहारा ले रहे हैं। ग्वालियर में ऐसा ही एक मामला सामने आया
है। लॉकडाउन में कोचिंग बंद हो जाने के बाद पति ने पत्नी को कार, 2 लाख रुपए की मांग के साथ धक्के देकर घर से निकाल दिया। अब पीड़ित महिला ने
महिला थाना में शिकायत की है। जिस पर पुलिस ने आरोपी पति व ससुरालीजन पर FIR दर्ज कर ली है।
ग्वालियर शहर के
जीवाजीनगर निवासी दीपिका की शादी 2 साल पहले उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी विकास
कुमार दुबे से हुई थी। विकास कानपुर में कोचिंग का संचालन करते हैं। शादी में
दीपिका के पिता ने अपने हैसियत के हिसाब से सब कुछ दिया था, लेकिन ससुराल पक्ष का मन नहीं भरा। शादी के बाद से ही दीपिका को दहेज के लिए
प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
पिछले साल कोरोना
महामारी के चलते लगे लॉकडाउन में विकास की कोचिंग पूरी तरह बंद हो गई। वह घाटे में
आ गया। इस घाटे का पूरा करने के लिए वह दीपिका से अपने मायके से 2 लाख रुपए और कार
की डिमांड पूरी करवाने के लिए दबाव बनाने लगा। दीपिका ने समझाया कि लॉकडाउन की वजह
से उसके पिता की भी हालत ठीक नहीं है। पर विकास को पत्नी से ज्यादा अपनी नई कार की
परवाह थी। उसे हर हालत में कार चाहिए थी। कुछ समय पहले उसने पत्नी को घर से निकाल
दिया।
घर से निकाले
जाने के बाद दीपिका मायके आई। यहां महिला थाने में शिकायत की। शिकायत पर पुलिस ने
उनकी काउंसलिंग कराई, लेकिन बात नहीं बनी। पति कुछ भी सुनने को तैयार
नहीं था। बात ना बनने पर महिला थाना पुलिस ने विकास, उसकी मां रेखा और पिता
प्रमोद दुबे के खिलाफ दहेज एक्ट के तहत FIR दर्ज कर ली है।
पीड़ित महिला के
पिता ने पुलिस को बताया कि बेटी को घर से निकालने के बाद पहले उन्होंने आपस में
बैठकर बातचीत से ही मामला सुलझाने का प्रयास किया। वह कई बार बेटी को लेकर उसके
ससुराल में छोड़ने गए, लेकिन हर बार दो लाख रुपए और कार लेकर आने के
लिए कहा गया। कई बार तो धक्का देकर दरवाजे से भगा दिया गया।
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