रायपुर 03 अप्रेल 2021। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश सरकार पर कोरोना को लेकर ‘‘अक्षम्य लापरवाही बरतने’’ का आरोप ...
रायपुर 03 अप्रेल 2021। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश सरकार पर कोरोना को लेकर ‘‘अक्षम्य लापरवाही बरतने’’ का आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना काल के 1 साल का समय मिलने व कोरोना के नाम पर 600 करोड़ रूपये से अधिक वसूलने के बाद भी राज्य सरकार 1अस्पताल व 1 वेंटिलेटर की अतिरिक्त व्यवस्था नहीं कर पाई। प्रदेश की जनता के लिए अस्पतालों में बेड नहीं है। ऑक्सिजन व वेंटिलेटर के लिए मरीज दर दर भटक रहे हैं और पूरी सरकार बयानबाजी में मस्त है। पिछले 1 साल से शासन एवं प्रशासन असम के टारगेट पूरा करने में लगा रहा और कोरोना फैलता रहा।
अग्रवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से सरकार संक्रमण का आंकड़ा व मौत का आंकड़ा छुपा रही है। आई.टी. के इस युग में भी सरकार दो-दो, तीन-तीन दिन बाद भी पूर्व की मौतो की घोषणा कर सीधे कुल मौतो में जोड़ देती है जिससे उस तिथि को मौत का आंकड़ा कम दिखे।
अग्रवाल ने कहा कि कोरोना का दूसरा दौर छत्तीसगढ़ में कहर ढा रही है और प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री व मंत्रीगणों को व प्रशासन को ढूंढ रही है। प्रदेश सरकार को जब कोरोना से लड़ने की तैयारी करनी थी तब पूरी सरकार टेण्डर, खरीदी व असम चुनाव के टारगेट पूरा करने में लगी रही।
अग्रवाल ने कहा कि शासन की लापरवाही के चलते ही उत्तरप्रदेश, बिहार, उड़ीसा, मध्यप्रदेश जैसे बड़े बड़े राज्यों को पीछे छोड़कर छत्तीसगढ़ आगे निकल गया है। राजधानी रायपुर, दुर्ग, भिलाई, बिलासपुर की स्थिति और भयावह है। 25 साल के युवा भी संक्रमित होकर मौत के मुंह में समा रहे है। कोरोना जांच केन्द्रों में, वैक्सीनेशन सेंटर में कोई व्यवस्था नहीं है। जांच केन्द्रों में मेला लगा है। लोग वहां जिंदगी की जंग लड़ने गए है पर कोरोना लेकर वापस आ रहे हैं।
अग्रवाल ने कहा कि जब पूरा देश सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व सेनेटाईजर की बात कर रहा था, तब छ.ग. सरकार महोत्सव, आयोजन व क्रिकेट कराने व झूठी वाहवाही लूटने में व्यस्त थी। मैंने उसी समय शासन से मांग की थी कि क्रिकेट के सारे मैच बिना दर्शक के कराया जावे पर सरकार ने इस दिशा में ध्या नही नहीं दिया और अब उस 50-50 हजार के भीड़ लगाने का परिणाम सामने है।
अग्रवाल ने कहा कि राजनैतिक दुर्भावना के चलते प्रदेश सरकार व वैज्ञानिक स्वास्थ्य मंत्री ने टीके का विरोध किया, जनता को समय पर टीकाकरण नहीं किया, लाखों टीके आकर पड़ा रहा और अब जब स्थिति भयावह हो गई तो टीकाकरण के लिए हाय तौबा मचा रहे है। अगर समय पर टीकाकरण प्रारंभ कर दिया जाता तो यह भयावह स्थिति ही नहीं होती। सरकार को रोकथाम के लिए जरूरी उपाय करना चाहिए।
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