दिल्ली , 27 दिसंबर | कोरोना महामारी के चलते सोना 2020 में निवेशकों के लिए निवेश का पसंदीदा उपकरण बना रहा। पिछले साल की तुलना में इस साल ...
दिल्ली, 27 दिसंबर | कोरोना
महामारी के चलते सोना 2020 में निवेशकों के लिए निवेश का पसंदीदा उपकरण बना
रहा। पिछले साल की तुलना में इस साल घरेलू वायदा बाजार में सोने में 28 फीसदी से
ज्यादा का रिटर्न मिला है, जो 2011 के बाद
पीली धातु में सबसे ज्यादा सालाना रिटर्न है। वहीं, वैश्विक
बाजार की बात करें तो कॉमेक्स पर सोने में करीब 22 फीसदी का
रिटर्न मिला है।
कोरोना काल में सोने में देसी और विदेशी बाजारों में
सोने ने ऐतिहासिक ऊंचाई हासिल की। घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज
(एमसीएक्स) पर सात अगस्त को सोने का भाव रिकॉर्ड 56,191 रुपये
प्रति 10 ग्राम तक
उछला, जो अब तक
सबसे ऊंचा स्तर है।
हालांकि इस साल एमसीएक्स पर सोने का निचला स्तर 16 मार्च को 38,400 रुपये
प्रति 10 ग्राम था।
इस प्रकार निचले स्तर से सोने के भाव में इस साल 17,791 रुपये
यानी 46.3 फीसदी का
उछाल आया।
लेकिन सालाना र्टिन की बात करें तो पिछले साल 31 दिसंबर 2019 को
एमसीएक्स पर सोने का भाव 38,108
रुपये प्रति 10 ग्राम था, जबकि
पिछले कारोबारी सत्र में 24 दिसंबर को 50,064 रुपये
प्रति 10 ग्राम
रहा। इस प्रकार सोने के भाव में 31
दिसंबर 2019 के
मुकाबले 28 फीसदी की
तेजी आई है।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने का भाव 31 दिसंबर 2019 को 1,550.60 डॉलर प्रति औंस था, जबकि बीते
सत्र में 24 दिसंबर को
सोने का भाव 1,882.90 डॉलर प्रति औंस रहा। इस प्रकार पिछले साल के
मुकाबले इस साल सोने में अब तक 21.86
फीसदी का रिटर्न मिला है।
कॉमेक्स पर 16 मार्च को
सोने का भाव 1,458.80 डॉलर प्रति औंस था जोकि साल 2020 का सबसे
निचला स्तर है, जबकि सात अगस्त 2020 को सोना
कॉमेक्स पर 2,089.20 डॉलर प्रति औंस तक उछला जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर
है। इस तरह इस साल निचले स्तर से सोने में 630 डॉलर यानी
43 फीसदी से
ज्यादा की तेजी दर्ज की गई।
कोरोना वायरस संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के उपाय के
तौर पर दुनिया के विभिन्न देशों में लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लगाए गए, जिस कारण
आर्थिक गतिविधियां चरमरा गईं। ऐसे में निवेशकों के लिए निवेश के साधन के तौर पर
सोना पसंदीदा साधन बन गया।
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