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मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से बेटियों के विवाह की चिंता हुई दूर : मंत्री राजवाड़े

सूरजपुर। सूरजपुर के रंगमंच प्रांगण में शुक्रवार को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। योजना अंतर्गत जिले...


सूरजपुर। सूरजपुर के रंगमंच प्रांगण में शुक्रवार को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। योजना अंतर्गत जिले के 196 हिन्दू एवम 04 ईसाई जोड़ों का विवाह सम्पन्न हुआ। सभी जोड़ों का उनके धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ विवाह सम्पन्न कराया गया। 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज, विधायक भूलन सिंह मरावी, कुदरगढ़ ट्रस्ट के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा एवं आमजनों ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया। राज्य शासन द्वारा योजना अंतर्गत 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता नव विवाहित जोड़ों को दी जाती है। सामूहिक विवाह में वधुओं के खाते में 35 हजार रूपये की राशि डीबीटी के माध्यम से दी जाती है इसके अलावा शेष राशि से श्रृंगार सामग्री और घरेलू सामग्री उपहार स्वरूप प्रदान किया गया। इस विवाह कार्यक्रम में जिला अंतर्गत सिलफिली के 25 जोड़े, भैयाथान के 35 जोड़े, ओडगी के 25 जोड़े, सूरजपुर के 35 जोड़े, रामानुजनगर के 25 जोड़े, प्रेमनगर के 15 जोड़े तथा प्रतापपुर के 40 जोड़ों का विवाह बड़े हर्षाेल्लास के साथ संपन्न कराया गया। इसके अलावा कार्यक्रम में पोषण के लिए जागरूकता के लिए पोषण संगोष्ठी पुस्तक का विमोचन किया गया।

सामूहिक कन्या विवाह में मौजूद मुख्य अतिथि एवं महिला एवं बाल विकास मंत्री राजवाड़े ने नवविवाहित जोड़ों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सभी वर्गाे के लिए जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। यहां 200 जोड़ों का विवाह हुआ है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा यह योजना शुरू की गई थी। समाज में वैवाहिक कार्यक्रमों में खर्च को रोकने के लिए यह योजना लाभदायक है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 50 हजार रूपये नव विवाहित जोड़ों को दिया जाता है। इससे विवाह के समय होने वाले खर्च और जरूरी तैयारियों की चिंता दूर हो गई। जिससे कमजोर एवं गरीब परिवारों के बेटियों के विवाह में होने वाले खर्च की भी बचत हो रही है। 

उन्होंने विवाहित जोड़ों से कहा कि आप ऐसे बंधन में बंधे है जिससे आपकी जिम्मेदारी एक दूसरे के प्रति बढ़ गई है। आप दोनों पति पत्नी को एक दूसरे के सुख दुख में साथ देना होगा। जीवन में उतार चढ़ाव आते रहता है। जीवन में दुख की घड़ी में आपने इच्छाशक्ति को मजबूत करते हुए संयम से जीवन में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने सभी विवाहित जोड़ों को सूखी जीवन के लिए धन्यवाद दिया। इसके अलावा उन्होंने बाल विवाह मुक्त सूरजपुर बनाने के लिए सभी उपस्थित लोगों को संकल्प दिलवाया है। उन्होंने कहा कि देखा जा रहा है कि अभी भी लोग बाल विवाह करा रहे हैं। सभी माता पिता को यह समझना चाहिए किए जब तक लड़कियां 18 वर्ष की नहीं हो जाती है उनका विवाह नही करना चाहिए। कम उम्र में विवाह होने से लड़कियों को कई तरह के स्वास्थ्य समस्या सहित पारिवारिक समस्या का सामना करना पड़ता है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सांसद चिंतामणि महाराज ने नव दंपत्तियों को वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी विवाहित जोड़े हंसी खुशी रहे और अपने माता पिता की देखभाल करें। उन्होंने कहा कि पति-पत्नी को एक-दूसरे पर विश्वास और आपसी समन्वय बनाए रखना चाहिए जिससे वैवाहिक जीवन खुशियों से भर जाता है। उन्होंने वर-वधुओं को एक-दूसरे का सम्मान करते हुए परिवारों का भी मान-सम्मान बनाये रखने के लिए प्रेरित किया।

विधायक भूलन सिंह मरावी ने वर वधुओं को शुभकामनाएं दी एवम कहा कि यह योजना निश्चित रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए बहुत ही सराहनीय है । इससे माता पिता को बेटियों के विवाह के खर्च से चिंता से मुक्ति मिलती है एवम वर वधु को बेहतर जीवन के शुरुआत के लिए प्रोत्साहन। उन्होंने सभी के उज्जवल भविष्य की कामना की।

पूर्व गृह मंत्री छत्तीसगढ़ शासन एवम कुदरगढ़ ट्रस्ट के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा ने कहा कि इस इस विवाह समारोह में विभिन्न जाति वर्ग एवं समुदाय के लोग विवाह बंधन में बंधे हैं। आज यहां हमें सामाजिक समरसता एवं एकता दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि बहुत से गरीब परिवार कर्ज लेकर अथवा अपना घर, संपत्ति गिरवी रखकर शादी विवाह करते हैं। ऐसे सभी लोगों के लिए यह योजना शुरू की गई है। इस योजना से विवाह के खर्चों के फिक्र से मुक्ति मिली है।

इस विवाह योजना से समाज के संपन्न लोगों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए और फिजूल खर्च से बचते हुए विवाह करना चाहिए।

सामूहिक कन्या विवाह के अंतर्गत विवाह करने आए नवदंपत्तियों ने बताया कि इस योजना के तहत शासन की ओर से की जाने वाली सहायता से विवाह में होने वाले खर्चों की फिक्र दूर हो गई है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत दिए जाने वाली सहायता राशि और शादी का खर्च शासन द्वारा निर्वहन करने से गरीब परिवारों के बेटियों की शादी की चिंता दूर हो गई है। सामूहिक कन्या विवाह में शामिल होने आये वर-वधुओं और उनके परिजनों ने शासन की इस योजना के लिए आभार जताया।

इस अवसर पर पूर्व विधायक रजनी शंकर त्रिपाठी, जिला पंचायत सूरजपुर अध्यक्ष, रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल, जनपद अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य, सहित जिला स्तरीय अधिकारी , गायत्री परिवार के सदस्य मौजूद थे।

 

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