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जहां कहीं भी संभव हो, एक पेड़ अपनी मां के नाम से अवश्य लगाएं : राज्यपाल

एमसीबी। मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले की प्रवास के दौरान राज्यपाल रमेन डेका ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर डी. राहुल वेंकट, पुलिस अधीक्षक...


एमसीबी। मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले की प्रवास के दौरान राज्यपाल रमेन डेका ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर डी. राहुल वेंकट, पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह, डीएफओ मनीष कश्यप, जिला पंचायत सीईओ अंकिता सोम एवं सभी विभाग अंतर्गत जिला अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने जिले में क्रियान्वित किए जा रहे शासन की योजनाओं, उनकी प्रगति और लाभान्वित हितग्राहियों के संबंध में एजेंडावार जानकारी ली। अपने प्रवास में कलेक्ट्रेट परिसर आगमन पश्चात सर्वप्रथम उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके पश्चात उन्होंने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत कलेक्ट्रेट परिसर में सफेद चंदन के पौधा का रोपण किया। बैठक के पश्चात उन्होंने ग्राम तेंदुडांड का निरीक्षण किया और वहां प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत निर्मित आवास का अवलोकन किया और हितग्राहियों से चर्चा की। साथ ही उन्होंने एनआरएलएम के समूह की महिलाओं के साथ चर्चा कर उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को जाना। आज राज्यपाल श्री डेका ने बैठक में जिले के विभिन्न विभागों के अंतर्गत किए जा रहे जनहितकारी कार्यों की प्रगति की एजेंडावार जानकारी ली। उन्होंने जिले में जल संसाधन विभाग अंतर्गत जल संचयन एवं संवर्धन की वर्तमान स्थिति एवं जिले में जल संचयन हेतु किए जा रहे कार्यक्रम की जानकारी ली। उन्होंने भूजल स्तर बढ़ाने के लिए विभाग को सक्रियता के साथ कार्य करने एवं जल संचयन हेतु नागरिकों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। पौधारोपण एवं पर्यावरण संवर्धन पर चर्चा करते हुए उन्होंने जिले में वृक्षारोपण, महुआ बचाव अभियान, लघु वनोपज संग्रहण, लाख विकास योजना की जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने घर, स्कूल, कॉलेज, सार्वजनिक भवन परिसर अथवा जहां कहीं भी संभव हो, एक पेड़ अपनी मां के नाम से अवश्य लगाने के निर्देश दिए।

कृषि विभाग अंतर्गत उन्होंने जैविक कृषि को प्रोत्साहन देने के लिए जैविक खेती मिशन एवं परंपरागत कृषि विकास योजना की जानकारी लेते हुए जिले में जैविक कृषि को बढ़ावा देने हेतु आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा करते हुए उन्होंने डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन, सामुदायिक शौचालय निर्माण, प्लास्टिक प्रबंधन इकाई, फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट, नगरीय निकायों में स्रोत से अपशिष्ट पृथक्करण सहित अन्य कार्यक्रमों की जानकारी ली एवं अपशिष्ट प्रबंधन को बेहतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत जिले में दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। योग के लिए जागरूकता हेतु विद्यालयों में चलाए जा रहे आयुर्विद्या कार्यक्रम एवं महिलाओं के लिए चलाए जा रहे सुप्रजा कार्यक्रम की भी जानकारी ली। टीबी मुक्त भारत अभियान अंतर्गत टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की जानकारी लेते हुए उन्होंने इसके लिए गहन अभियान चलाने की बात कही। साथ ही इसके लिए सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने को कहा। इसके अलावा बाल लिंगानुपात, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान, बाल विवाह रोकथाम संबंधी गतिविधियों की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने विशेष कैंपेन चलाकर बाल विवाह रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने जागरूकता अभियान चलाकर बाल विवाह के नुकसान के प्रति लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए। साथ ही स्थानीय विधायक एवं सांसदों के माध्यम से भी इस अभियान को और अधिक गहनता एवं सक्रियता से चलाने के निर्देश दिए। शिक्षा विभाग अंतर्गत जिले में स्कूली बच्चों की शिक्षा के संबंध में चलाई जा रही योजनाओं, छात्रवृत्ति योजना, मुस्कान पुस्तकालय योजना सहित अन्य योजनाओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने श्रम विभाग को बच्चों के शिक्षा उन्नयन के लिए अभियान चलाकर श्रमिकों को बेहतर शिक्षा के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए और योजना का लाभ अधिक से अधिक हितग्राहियों तक पहुंचाने के निर्देश दिए। इसके अलावा स्कूली विद्यार्थियों को बड़ी संख्या में एनसीसी से जोड़ने को कहा, ताकि उनमें व्यक्तित्व का बेहतर विकास के साथ-साथ राष्ट्रीय भावनाओं का भी विकास हो। इस दौरान उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि स्कूल और महाविद्यालय के विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए किए जा रहे उपायों की नियमित मॉनिटरिंग करें। उनके करियर काउंसलिंग के साथ-साथ उनके भविष्य को लेकर उनके माता-पिता से भी बातचीत करें। ग्रामीण एवं शहरी महिलाओं के कौशल उन्नयन को लेकर ग्रामीण एवं शहरी आजीविका मिशन अंतर्गत प्रगति की समीक्षा की। साथ ही उन्होंने दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के लाभान्वित महिला स्व सहायता समूह की भी जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने लखपति दीदी योजना अंतर्गत हितग्राहियों के बारे में जानकारी ली एवं इस कार्यक्रम को और भी बेहतर ढंग से लागू करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने महिलाओं को और अधिक प्रोत्साहित करते हुए समूह से जुड़ने और उनकी उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश दिए ताकि उनसे और अधिक लोग प्रेरणा ले सकें। उन्होंने नशामुक्ति के लिए किए जा रहे कार्यक्रम योग, प्रशिक्षण, काउंसलिंग आदि कार्यक्रम की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए गहन जागरूकता अभियान के साथ उन्हें रचनात्मक कार्यों से जोड़ने के निर्देश दिए। नशामुक्ति के लिए उन्होंने सीमाओं पर सख्ती से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही नशा कारोबार के खिलाफ सभी विभागों को समन्वय कर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने नशा के विरुद्ध अभियान चलाकर विद्यार्थियों को इससे बड़ी संख्या में जोड़ने को कहा। वहीं आदिम जाति विकास विभाग अंतर्गत जनजातीय वनवासी क्षेत्रों में छात्रावास, आश्रम, एकलव्य आवासीय विद्यालय, विशेष पिछड़ी जनजाति विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था, खेल सुविधा सहित दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली एवं आवश्यक निर्देश दिए।

बैठक के पश्चात राज्यपाल डेका ग्राम तेंदुडांड पहुंचे, जहां समूह की महिलाओं द्वारा उनका आत्मीय स्वागत किया गया। इस दौरान उन्होंने बिहान समूह की महिलाओं फूलमतिया, दशमतिया और ललिता के द्वारा चलाई जा रही सिलाई सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने महिलाओं के साथ चर्चा करते हुए उनके द्वारा की जा रही आय के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा बिहान समूह की महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे मिल का भी अवलोकन किया, जहां उनके द्वारा चावल, गेहूं आदि की पिसाई के माध्यम से आय अर्जित की जाती है। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत निर्मित आवास का अवलोकन किया और हितग्राहियों से चर्चा की।


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