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बस्तर से नक्सलवाद समाप्त करने का लक्ष्य 2026 तक - उपमुख्यमंत्री शर्मा

रायपुर। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने शुक्रवार को विधानसभा परिसर में मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि बीजापुर, कांकेर और नारायणपुर जिलों में...

रायपुर। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने शुक्रवार को विधानसभा परिसर में मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि बीजापुर, कांकेर और नारायणपुर जिलों में सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए सघन सर्च ऑपरेशन में 30 नक्सली मारे गए हैं। बीजापुर जिले के गंगालूर क्षेत्र में डीआरजी, एसटीएफ, बस्तर फाइटर्स, कोबरा और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम द्वारा संचालित ऑपरेशन में 26 नक्सली मारे गए, वहीं कांकेर और नारायणपुर के बॉर्डर इलाके में डीआरजी, बस्तर फाइटर्स और बीएसएफ की संयुक्त कार्रवाई में 4 अन्य नक्सली मारे गए। इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने एके-47, एसएलआर, इंसास, 303 राइफल, रॉकेट लॉन्चर और बीजीएल लॉन्चर सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद किए।

उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने मार्च 2026 तक बस्तर से नक्सलवाद समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में यह अभियान और तेज़ किया जाएगा। अब केवल सरकार और सुरक्षाबल ही नहीं, बल्कि जनता भी नक्सलवाद के समापन के लिए पूरी तरह तैयार है। छत्तीसगढ़ में तेज़ी से हो रहे विकास कार्य यह दर्शाते हैं कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अब शांति और समृद्धि का नया युग आने वाला है।

विजय शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को तेज़ी से आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है। हाल ही में 577 मोबाइल टावरों की स्थापना की गई है, जिससे दूरसंचार सुविधाओं में व्यापक सुधार हुआ है। बीजापुर से पामेड़, नारायणपुर से मस्कुल, दंतेवाड़ा से अरनपुर, और जगारगुंडा तक बस सेवाएं बहाल कर दी गई हैं, जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में वीर बलिदानी योजना के तहत प्रारंभिक रूप से 10 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिससे शहीद जवानों की प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी। इस योजना के तहत पंचायत विभाग के माध्यम से लगभग 500-600 प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी।

उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि बस्तर की समृद्ध संस्कृति को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए 1-3 तारीख को बस्तर पंडुम महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में बस्तर के 85 मांझी, पद्मश्री सम्मानित विभूतियां, स्थानीय कलाकार और विशिष्ट अतिथि भाग लेंगे।

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